tag:blogger.com,1999:blog-8004372960193329529.post8195845463733152949..comments2023-08-28T17:15:02.794+05:30Comments on कुछ बातें ...: और यूँ कड़ी बन गई...Priyanka Singh Mannhttp://www.blogger.com/profile/06922112038808187422noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-8004372960193329529.post-22868937104085387592009-03-14T11:49:00.000+05:302009-03-14T11:49:00.000+05:30कहां हैं? कुछ खोज रही हैं? कुछ विचार दिमाग में घुम...कहां हैं? कुछ खोज रही हैं? कुछ विचार दिमाग में घुमड़ नहीं रहे हैं? कुछ कहने को मन नहीं कर रहा? या फिर किसी नई विस्फोटक, करुण रचना के लिए अभी और इंतजार करना पड़ेगा?मधुकर राजपूतhttps://www.blogger.com/profile/18175900220847414275noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8004372960193329529.post-69585476462497264642009-03-02T08:42:00.000+05:302009-03-02T08:42:00.000+05:30प्रियंका जी रचनाशील, चिंतनयुक्त कविता के ऊपर लिखे ...प्रियंका जी रचनाशील, चिंतनयुक्त कविता के ऊपर लिखे इस आभार को हटा दीजिए। रचना पढ़ने में व्यवधान के अलावा कुछ नहीं है वो इबारत। आभार के भार से कृपया मुझे न दबाएं। आपके ब्लॉग पर आता रहूंगा, रोचक है। जानता हूं कि आपकी सोच के पिटारे से काफी नए विचार और कविताएं निकलने वाली हैं। बधाई।मधुकर राजपूतhttps://www.blogger.com/profile/18175900220847414275noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8004372960193329529.post-89189614227104402932009-03-01T14:15:00.000+05:302009-03-01T14:15:00.000+05:30शोषण क्रमिक प्रक्रिया है अपने समाज की। आपने बखूबी ...शोषण क्रमिक प्रक्रिया है अपने समाज की। आपने बखूबी उतारा है औरत के सहनशीलता और उसके शोषण को। हमारे शास्त्रों ने ही कलंक को औरत के माथे की बिंदी बना दिया। अच्छा लिखा है। <BR/>हिंदी में लिखने के लिए आप अपने ब्लॉगर अकाउंट की सेटिंग्स में ट्रासंलिटरेशन मोड में हिंदी ट्रांसलिटरेशन ऑन कर दीजिए। फिर आप रोमन में टाइप करें और गूगल हिंदी में आपको दिखाता रहेगा।मधुकर राजपूतhttps://www.blogger.com/profile/18175900220847414275noreply@blogger.com